Saturday 19 March 2011

fun sunday

निरंजन - नमस्कार दोस्तों आज हिंदी में एक कहानी पढ़िए उसका शीर्षक है "पेड़ बचाओ" 
एक दिन बबिता सविता के घर आई और सविता ने अपने छोटे बेटे वीर की सिकायत की
सविता - बहन क्यां करूं वीर हमेसा पेज बर्बाद करता है वोह कहता है की  उसके teachers कहते हैं की पुरानी कॉपी  इस्तेमाल करना मना है .
बबिता - गोलू भी यहीं करता है और यहीं बहाना करता है .
सविता - चलो बहन उनके प्रिंसिपल से बात करते हैं .
बबिता - चलो अभी चलते हैं .
सविता - में कार निकालती हूँ .  
बबिता - चलो ...
कुछ समय के बाद .....
सविता और बबिता  - हेल्लो सर .
प्रिंसिपल - हेल्लो गुड मोर्निंग mam any problem.
सविता - हाँ गर्मी की छुटियाँ आ रहीं हैं और बचे नयी कॉपी लेते हैं जबकि पुरानी कॉपी में कई पेज बची रहती है और वह कहेते हैं की  teachers कहते हैं की पुरानी कॉपी  इस्तेमाल करना मना है .
प्रिंसिपल - सही कहती हैं आप , अबसे बच्चे  पुरानी कापियां use करेंगे .
सविता और बबिता - धन्यवाद सर !
प्रिंसिपल -धन्यवाद की क्या बात .
                                 
                               कापियां पेड़ से बनती हैं उन्हें बर्बाद न करें


2 comments:

  1. आगामी शुक्रवार को चर्चा-मंच पर आपका स्वागत है
    आपकी यह रचना charchamanch.blogspot.com पर देखी जा सकेगी ।।

    स्वागत करते पञ्च जन, मंच परम उल्लास ।

    नए समर्थक जुट रहे, अथक अकथ अभ्यास ।



    अथक अकथ अभ्यास, प्रेम के लिंक सँजोए ।

    विकसित पुष्प पलाश, फाग का रंग भिगोए ।


    शास्त्रीय सानिध्य, पाइए नव अभ्यागत ।

    नियमित चर्चा होय, आपका स्वागत-स्वागत ।।

    ReplyDelete